अगर आसान भाषा में बोला जाय तो जिस तरह आप लोन चुकाने की दशा में हर महीने ईएमआई (EMI) का भुगतान करते हैं, उसी तरह एसआईपी (SIP) म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से निवेश करने की एक विधि है। यह एक व्यवस्थित निवेश योजना है जिसे एसआईपी (SIP) कहा जाता है। यह वित्तीय लक्ष्यों को पाने का बहुत अच्छा साधन है ।

लेकिन फिर भी म्यूचूअल फंड में SIP के तरीके से निवेश को करने से पहले, आपको एक निवेशक के रूप में समझना चाहिए कि म्यूचुअल फंड क्या है और इस तरह के व्यवस्थित निवेश की योजना बनाने से आपको अपने वित्तीय लक्ष्य को कितने समय में हासिल होगा ?

यह समझने के लिए कि हमे यह जानना होगा कि म्युचुअल फंड में SIP कैसे काम करता है, आइए पहले संक्षेप में जानते हैं कि म्यूचुअल फंड अपने आप में क्या है ? म्यूचुअल फंड एक वित्तीय साधन है, जिसमें कई योजनाएं शामिल होती हैं, जहां आप अपने पैसे को अन्य निवेशकों के पैसे के साथ जमा करते हैं, जो तब स्टॉक या बॉन्ड या दोनों (स्टॉक और बॉन्ड दोनों) के मिश्रण में निवेश किया जाता है, जो कि प्रकार पर निर्भर करता है। म्यूचुअल फंड स्कीम जो आप चुनते हैं।

एक म्यूचुअल फंड द्वारा स्टॉक / बॉन्ड में किए गए कुल निवेश को तब इकाइयों में विभाजित किया जाता है। आपको अपने निवेश के अनुपात (म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाला पैसा) के आधार पर इकाइयाँ मिलती हैं। म्यूचुअल फंड का मूल्य उसके नेट एसेट वैल्यू (NAV) से मापा जाता है। यह वह मूल्य है जिस पर आप (निवेशक), म्यूचुअल फंड खरीदते और बेचते हैं।

सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान और इसकी कार्य प्रणाली

एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है। आप म्यूचुअल फंड में नियमित अंतराल पर एक निश्चित पूर्व-निर्धारित राशि का निवेश करते हैं। यह प्रत्येक सप्ताह में एक बार हो सकता है, प्रत्येक महीने में एक बार या एक बार तिमाही में। यदि आपने ईसीएस(ECS) मैंडेट दिया है, तो पैसा आपके बैंक खाते से स्वचालित रूप से डेबिट हो जाएगा और आपकी पसंद की म्यूचुअल फंड योजना में निवेश किया जाएगा। म्यूचुअल फंड स्कीम की इकाइयों को उस दिन के लिए एनएवी (नेट एसेट वैल्यू) के आधार पर आवंटित किया जाता है।

म्यूचुअल फंड्स से SIP कैसे संबंधित हैं?

म्यूचुअल फंड एक पेशेवर प्रबंधित ट्रस्ट हैं, जहां आपके और अन्य निवेशकों द्वारा निवेश किए गए पैसे को शेयरों, ऋण या स्टॉक और डेट के मिश्रण में निवेश किया जाता है, जो म्यूचुअल फंड के प्रकार पर निर्भर करता है। एसआईपी केवल म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है और बेहतर तरीके से समझने के लिए, म्यूचुअल फंड और एसआईपी के बीच इन अंतरों को जानना चाहिए:

  • म्यूचुअल फंड एक निवेश है। एसआईपी (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है।
  • हालांकि SIP अक्सर म्यूचुअल फंड से जुड़े होते हैं मगर फिर भी आप एसआईपी (SIP) के जरिए भी शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
  • एसआईपी (SIP) उस तरह के होते हैं जैसे आप हर महीने लोन की किस्त चुकाते हैं थीक वैसे ही एसआईपी (SIP) की किस्त आपके निवेश के लिए जाती है। और यह आपके निवेश के तरीके को अनुसासन भी प्रदान करती है ।

SIP से आपको कैसे फायदा होगा?

यह म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक स्मार्ट और आसान तरीका है। एसआईपी के माध्यम से आप एक पूर्व निर्धारित राशि को किसी निर्धारित दिन को या एक बार नियमित अंतराल पर निवेश कर सकते हैं। ऐसा करने पर, SIP आपको एनएवी (NAV) औसत करने में और चक्रवृद्धि लाभ के दो प्रमुख लाभ देता है:

एनएवी (NAV) औसत हो जाना

एसआईपी के जरिए जब म्यूचूअल फंड मे निवेश करते है तो आप हर महीने एक निर्धारित दिन को पूर्व निर्धारित रुपया मार्केट में जमा करते है । इस तरीके से आप कभी म्यूचूअल फंड को कम एनएवी (NAV) पर खरीदते है और कभी ज्यादा पर। इस प्रकार लंबे समय मे आपका निवेश का औसत एनएवी (NAV) सामान्य आ जाता है और आप मार्केट के उतार चढ़ाव से आपके निवेश को शॉर्ट टर्म में भी ज्यादा जोखिम नहीं आता । इस तरीके से एसआईपी निवेश का एक शानदार तरीका है, खासकर जब बाजार नीचे होते हैं, क्योंकि आप अधिक इकाइयां जमा करते हैं जो समय के साथ एक बड़ा कोष बनाने में मदद करते हैं।

कंपाउंडिंग की शक्ति

यदि आप एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में लंबे अवधि तक निवेश करते हैं तो आपको आपके निवेश पर पूंजी लाभ मिलता है और वह पैसे फिर से उसी फंड मे निवेश हो जाते है । इससे आपको कुछ वर्षों के बाद आपको उसी व्याज से आप देखेंगे की आपका निवेश काफी ज्यादा बढ़ गया है । कंपाउंडिंग की शक्ति को देखने के लिए आपको बाजार में लंबी अवधि (20-30 वर्षों ) तक निवेश करना पड़ता है ।

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