SEBI के चेयरमैन अजय त्यागी ने SEBI-NISM Research Conference के दौरान कहा कि खुदरा निवेशक जो एसआईपी (SIP) के माध्यम से पैसा लगा रहे थे, उन्होंने इस तरह की योजनाओं से पैसा निकालना शुरू कर दिया। पिछले वित्त वर्ष में एसआईपी (SIP) में औसत प्रवाह 5,600 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल और मई में एसआईपी (SIP) में औसत प्रवाह करीब करीब 6,200-6,400 करोड़ रुपये था लेकिन यह आंकड़ा लगातार गिर रहा हैं। पिछले तीन महीनों (नवंबर 2020-जनवरी 2021) में औसत एसआईपी के आंकड़ों में कमी देखी गयी है और करीब 3000 करोड़ रुपये से भी कम पर पहुच गयी है ।
उन्होंने यह भी कहा कि रिटेल निवेशको की शेयर मार्केट में निवेश बढा है और यही कारण है कि डिमेट अकाउंट की संख्या अब 5 करोड़ हो गई है । इस चालू वित्तीय वर्ष के सुरुआती 10 महीनों में 1 करोड़ डिमेट अकाउंट खोले गए।