ONDC नेटवर्क डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स को लोकतंत्रीकरण कर देगी और डिजिटल ई-कॉमर्स को एक प्लेटफ़ॉर्म-केंद्रित मॉडल से एक ओपन-नेटवर्क में स्थानांतरित करना चाहती है। इसीलिए ONDC को ई-कॉमर्स का UPI कहा जा रहा है। परंतु आपके मन में ये सवाल जरूर आते होंगे कि आखिर ONDC क्या होता है? यह ONDC पहल क्या है और यह कैसे काम करती है? इसका उद्देश्य किन चुनौतियों का समाधान करना है?
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ONDC क्या होता है
ONDC एक नेटवर्क है जिसका प्रचार प्रसार भारत सरकार द्वारा वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है । यह नेटवर्क Open Protocol और नेटवर्क पर आधारित है।
जैसे कि आपको पता होगा कि भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में आज काफी हद तक Amazon और Wallmart के स्वामित्व वाले Flipkart का एकाधिकार है।
इसीलिए भारत सरकार इस नेटवर्क का विकास भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में मौजूद एकाधिकार को चुनौती देने के लिए कर रही है ।
इस साल के मई-2022 में, Department for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT) ने दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, कोयंबटूर, भोपाल और शिलांग जैसे शहरों में ONDC का एक लाइव Pilot किया जिसमे 150 विक्रेताओं को जोड़ा गया था।
Open Network for Digital Commerce (ONDC) कैसे काम करता है?
ONDC प्लेटफॉर्म खरीदारों और विक्रेताओं के ऐप के बीच एक इंटरफेस के जैसे है। मौजूद जानकारी के हिसाब से अभी तक, Paytm द्वारा बायर साइड इंटरफेस की मेजबानी की जा रही है, जबकि विक्रेता साइड इंटरफेस को अन्य खिलाड़ियों जैसे GoFrugal आदि द्वारा होस्ट किया जा रहा है।
उदाहरण के लिए, जब कोई खरीदार Paytm ऐप पर किसी आइटम की खोजता है तब उस ऐप से ओएनडीसी नेटवर्क पर एक Request चली जाती है और ONDC नेटवर्क में मौजूद सभी विक्रेता के पास मौजूद विशेष आइटम कि सूची वापस कर देगा और Paytm ऐप उन सभी सूची को दिखा देगा।
ONDC पर, कई अन्य Backend Partner होंगे जैसे-लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर, एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानर, ई-कॉमर्स स्टोर होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर इत्यादि।
ONDC का लक्ष्य किन चुनौतियों का समाधान करना है?
इस साल की शुरुआत में प्रकाशित एक ओएनडीसी रणनीति पत्र (ONDC Strategy Paper) ने भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र में मौजूद बड़े खिलाड़ियों और उनके पास मौजूद Technology के कारण नए खिलाडिय़ों को हो रही दिक्कत को संज्ञान में लिया है ।
इस पेपर में, इस बात का भी जिक्र किया है कि कैसे छोटे विक्रेता इन बड़े प्लेयर के प्लेटफ़ॉर्म से बाहर नही आ पा रहे है ।
इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए, ONDC का लक्ष्य बाजार में मौजूद ऑपरेटर-संचालित प्लेटफ़ॉर्म-केंद्रित मॉडल (operator-driven platform-centric model) को सुविधा-संचालित इंटरऑपरेबल विकेन्द्रीकृत नेटवर्क (facilitator-driven interoperable decentralised network) में बदलना है ।
ऑनलाइन खरीदारों के लिए ONDC क्या फायदा है?
ONDC को ई-कॉमर्स बाजार के लिए UPI जैसे क्रांतिकारी बदलाव के रूप में देखा जा रहा है और इसका मुख्य दावा है डिजिटल कॉमर्स को “लोकतांत्रिक” बना कर इसको मुठ्ठी भर लोगों के हाथों से बाहर निकालना है।
इसलिए अगर आप एक ONDC Network से जुड़े हुए E-Commerce ऐप में किसी विशेष समान को खोज रहे है तो आपको Search के प्रतिउत्तर में उस ऐप पर मौजूद वस्तुओ को दिखाने के साथ-साथ बाकी ONDC Network से जुड़े हुए E-Commerce Seller के भी विकल्प को दिखाएगा।
इस प्रकार ऑनलाइन खरीदारों को एक ही ऐप पर ONDC में जुड़े सभी विक्रेताओ के समान और सर्विस मिल जाएंगे और इसके करना ऑनलाइन खरीदारों को कई सारे ऐप में बेस्ट डील के लिए नहीं खोजना पड़ेगा।