LIC के शेयर कल मार्केट में लिस्ट होने लगेंगे और सभी निवेशक जानना चाहते है कि LIC Listing के बाद क्या होने वाला है ?

LIC का शेयर मार्केट में प्रीमियम के साथ खुलेगा या घाटे का सौदा होने वाला है ? इन सबके बारे में सभी निवेशक जानना चाहते है ।

चलिए इसके बारे में विस्तार में देखते है ।

LIC IPO Background

LIC जो भारत कि सबसे बड़ी लाइफ इन्श्योरेन्स करने वाली और ऐसेट मैनिज्मन्ट करने वाली सरकारी कंपनी है ।

इसका 100% शेयर भारत सरकार के पास था लेकिन सरकार LIC के लिस्टिंग के फ़ायदों को देखते हुए

और प्राइवेटाइसजेसन के टारगेट को पूरा करने के लिए LIC से कारीब 3.5% शेयर (20000 करोड़ रुपये के) मार्केट में IPO के जरिए निकाल दिए ।

इसका लिस्टिंग अब 17 मई 2022 को होना तय है ।

LIC

LIC Listing के बाद क्या होने वाला है ?

LIC के लिस्टिंग के बाद इसका IPO मार्केट रेट पर कोई भी खरीद सकता है । हर शेयर के आईपीओ के बुक बिल्डिंग प्रक्रिया से आईपीओ का कटऑफ रैट तय होता है । लेकिन लिस्टिंग के बाद शेयर का भाव Demand और Supply के हिसाब से तय होता है ।

हालांकि LIC का आईपीओ कई गुण सबस्क्राइब हुआ था लेकिन इसका यह मतलब निकालना कि LIC के शेयर का भाव मार्केट में ज्यादा बढ़ाने वाला है तो यह काफी गलत होगा ।

क्योंकि आपने देखा होगा कि सिर्फ पॉलिसी होल्डर और रीटेल केटेगरी मे ही यह इशू ओवर सबस्क्राइब हुआ था । इसका एक मुख्य वजह था LIC ने इन दोनों कटेगरी के साथ जो डिस्काउंट दिया था ।

LIC का शेयर मार्केट में प्रीमियम के साथ खुलेगा या घाटे का सौदा होने वाला है ?

एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में आज काल निवेशको की रुचि घटी हुआ है और उच्च मुद्रास्फीति के आंकडें बढ़े हुए है । इसी कारण LIC लिस्टिंग अपने Cut-Off मूल्य से कम पर खुलने कि संभावना है ।

एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) द्वारा निरंतर बहिर्वाह, और मुद्रा के कमजोर होने से निफ्टी और सेंसेक्स में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।

चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक एफआईआई ने 70,000 करोड़ रुपये निकाले हैं।

हालांकि, बाजार की निराशाजनक भावनाओं के बावजूद, एलआईसी की पेशकश सफलतापूर्वक उम्मीद से बेहतर सदस्यता के आंकड़ों के साथ सफल रही, जिसका नेतृत्व खुदरा पॉलिसीधारकों, खुदरा निवेशकों और बीमाकर्ता के कर्मचारियों की मजबूत मांग के कारण हुआ।

इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, ऐसा लग रहा है कि LIC IPO प्रस्ताव मूल्य के +/- 5 प्रतिशत पर लिस्टिंग की उम्मीद कर सकते हैं।

लेकिन एलआईसी Investors को कभी भी लिस्टिंग लाभ के के लिए नहीं जाना चाहिए बल्कि इसे केवल लंबी अवधि वाला निवेश के रूप में देखना चाहिए ।

Pin It on Pinterest

Share This