एसबीआई म्यूचुअल फंड (एमएफ) ने गुरुवार को बाताया कि मार्च तिमाही में उनका एसेट बेस 5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है, जो इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वाला देश का पहला फंड हाउस बन गया है। एसबीआई एमएफ ने एक बयान में कहा कि फंड हाउस की औसत संपत्ति प्रबंधन (एएयूएम) 2020-21 में बढ़कर 3.73 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 3.73 लाख करोड़ रुपये थी। दिसंबर तिमाही में एसबीआई एमएफ के पास 4.56 लाख करोड़ रुपये की ऐसेट बेस थी। पिछले साल की तुलना में फंड हाउस की एसआईपी बुक 1,180 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,382 करोड़ रुपये हो गई।

एसबीआई एमएफ के अलावा, अन्य शीर्ष खिलाड़ियों ने भी पिछले तीन महीनों की तुलना में मार्च तिमाही में अपने संबंधित परिसंपत्ति आधार में वृद्धि देखी। जैसे कि एचडीएफसी एमएफ, जो दूसरे स्थान पर है, ने दिसंबर तिमाही में 3.89 लाख करोड़ रुपये से समीक्षाधीन अवधि के दौरान अपने परिसंपत्ति आधार को 4.15 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाया।

तीसरे स्थान पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ ने मार्च 2021 को समाप्त तीन महीनों में औसत एयूएम 4.05 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया, जबकि पिछली तिमाही में यह 3.8 लाख करोड़ रुपये था।

चौथे सबसे बड़े फंड हाउस आदित्य बिड़ला सनलाइफ एमएफ ने अपना औसत एयूएम 2.55 लाख करोड़ रुपये से 2.7 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाया है।

कोटक महिंद्रा एमएफ का परिसंपत्ति आधार मार्च तिमाही के अंत में 2.33 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि दिसंबर 2020 में समाप्त तीन महीनों में 2.16 लाख करोड़ रुपये था।

मार्च तिमाही में निप्पॉन इंडिया एमएफ का औसत एयूएम 2.28 लाख करोड़ रुपये रहा, जो इससे पहले की तिमाही में 2.13 लाख करोड़ रुपये था।

कुल मिलाकर, 43-खिलाड़ी म्यूचुअल फंड उद्योग का ऐसेट बेस मार्च तिमाही के अंत में दिसंबर के अंत में 29.71 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 32 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।

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